वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-मैनपुरी में पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने कार्यकर्ताओं ने शिकायतों की झड़ी लगा दी। पार्टी की हार का जिम्मेदार कौन है, इसके बारे में भी बताया।
कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने शिकायतों की झड़ी लग गई। कार्यकर्ताओं ने बेबाक अंदाज में बात रखी।
ये भी कहा कि नेता कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं देते। सिर्फ चुनावी दिनों में कार्यकर्ताओं की याद आती है। यह कहने में भी गुरेज नहीं किया कि मैनपुरी में हार विभीषणों की वजह से हुई है।
संवाद के दौरान भोगांव क्षेत्र के एक कार्यकर्ता ने सवाल उठाया कि 90 हजार से अधिक वोट मिलने के बाद भी सपा प्रत्याशी की हार हो गई।
स्थानी नेताओं ने मेहनत नहीं की। एक कार्यकर्ता ने तो यह भी कह दिया कि हमारे नेताओं की अकर्मण्यता की वजह से हार हुई है। कुछ कार्यकर्ताओं
ने साफ कहा कि बड़े नेताओं के सामने चेहरे दिखाने वाले स्थानीय नेताओं ने अपने-अपने पोलिंग बूथ पर ध्यान नहीं दिया। राधेश्याम बोले महोली खेड़ा पोलिंग पर नेता पहुंचे ही नहीं।
संवाद में कार्यकर्ताओं ने कहा कि करहल सीट पर अखिलेश की 67 हजार वोटों से जीत हुई। अगर नेता मेहनत करते तो अखिलेश को यहां नहीं आना
पड़ता और जीत एक लाख से अधिक वोटों से होती। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि करहल में गुटबाजी बहुत अधिक हो गई है।
जो लोग पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, पार्टी को उन पर लगाम कसनी होगी। उनसे छुटकारा पाना होगा।
अखिलेश से कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि चुनाव के दिनों में मैनपुरी सीट पर संगठन दो फाड़ बना रहा। सपा प्रत्याशी की मदद करने के बजाय
पार्टी के कुछ नेता विरोधी दलों के प्रत्याशी का सहयोग करते रहे। जिन लोगों की वजह से मैनपुरी सीट पर हार का
सामना करना पड़ा। उन लोगों पर कार्रवाई करने की मांग भी संवाद के दौरान उठाई गई।